
आज के वक्त में युवाओं से लेकर बुज़ुर्गों तक लगभग हर दूसरा व्यक्ति नशे का आदी हो गया है अब ये नशा चाहे सिगरेट, शराब, गुटखा, खैनी या नशीली दवाओं का हो या फिर गेमिंग डिजीटल और किसी फिल्म का जिसे व्यवहारिक नशा कहते है ... अब नशा तो नशा है… नशे की लत एक गंभीर समस्या है जो व्यक्ति के जीवन को पूरी तरह से तबाह कर सकती है. यह एक ऐसी बीमारी है, जिसमें व्यक्ति किसी पदार्थ या गतिविधि की तरफ अस्वस्थ लालच रखता है और उसे छोड़ने में असमर्थ होता है. नशे की लत ना केवल व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य को बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करती है. जिससे वो व्यक्ति जो नशा कर रहा है ना चाहते हुए भी खुद को तो नुकसान पहुंचाता ही है. साथ ही साथ अपने परिवार वालों को भी मुश्किल में डाल देता है. ऐसे में आज हम ना सिर्फ नशे की लत पर काबू पाने के तरीकों के बारे में बात करेंगे बल्कि ये भी जानेंगे की नशे की आदत को वापस लौटने से कैसे रोका जाए? लेकिन उससे पहले कई बाते है जिनके बारे में जान लेना बेहद ज़रूरी है जिसमें पहली है.कि
आखिर कोई व्यक्ति नशे का आदी क्यों हो जाता है? इसके पीछे क्या साइंस है?
आपको बता दें , नशे की लत लगने के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन इसमें सबसे बड़ी भूमिका निभाता है बॉडी में मौजूद RASGRF-2. यह जीन किसी भी तरह के नशे से मिलने वाली खुशी में अहम भूमिका निभाता है. इसके अलावा
जैनेटिक - जिसमें अगर परिवार का कोई सदस्य नशा करता है तो हमें भी ये लत लग सकती है ,
मनोवैज्ञानिक – कई रिसर्च में पाया गया है कि जो व्यक्ति नशा करता है वो कहीं ना कही तनाव चिंता या अवसाद में होता है या किसी अघात को भूलाने के लिए नशे की लत का रास्ता अपनाता है .
सोशल मीडिया पर ज़्यादा समय बिताना – आपने देखा होगा या खुद भी महसूस किया होगा कि सोशल मीडिया प्लेटफार्मस का इस्तेमाल आज के समय में हमारी लाइफ का एक बेहद अहम हिस्सा बन गया है .. जो ना हो तो हम अकेलापन और थका हुआ महसूस करते है ,... ये भी है तो एक नशा ही लेकिन इसके साथ में कई बार सोशल मीडिया प्लेटफार्मस का ज़्यादा इस्तेमाल हमें नशे की तरफ धकेल देता है.
सामाजिक दवाब - दोस्तों या समूह के दबाव में आकर लोग नशे का सेवन शुरू कर सकते हैं.
पर्यावरणीय कारक ENVIRONMENTAL FACTOR - जिस परिवेश में व्यक्ति रहता है, उसका भी नशे की लत लगने में महत्वपूर्ण योगदान होता है.
अब आपने नशे की आदत के पीछे के कारणों के बारें में तो जान लिया अब सवाल ये उठता है कि आखिर हम अपनी इन खराब आदतों पर काबू कैसे पाएं यानी कि,
कैसे खुद को नशा करने से रोके?
तो बता दें कि, नशे की अंधेरी राहों से निकलकर बाहर सामान्य ज़िंदगी में आना आसान नहीं है। लेकिन, यह नामुमकिन भी नहीं है। बस ज़रूरत है तो नियंत्रण की वो भी खुद पर और अपनी इच्छाशक्ति पर... नशा छोड़ने के लिए सबसे पहले अपने मन पर काबू करना जरूरी है. क्योंकि अगर इंसान ठान ले तो नशे की लत आसानी से छोड़ सकता है. चलिए अब कुछ पाइंट्स के ज़रिए जानते है नशे की लत छोड़ने के लिए क्या करना बेहद ज़रूरी है.
लोगों से मेलजोल बढ़ाएं-
नशा छोड़ने के लिए सबसे जरूरी है कि आप अपने ध्यान को स्थिर रखें. इस दौरान लोगों से मेलजोल बढ़ाएं ताकि आपके दिमाग में नशे से जुड़े ख्याल ही न आएं. साथ ही सुबह के वक्त मेडिटेशन या वर्कआउट करना शुरू कर दें. इससे आप खुद-ब-खुद अपने स्वास्थ की देखभाल करने लगेंगे.
दूसरे विकल्प खोजें-
नशे के सब्सिट्यूट ढूंढकर भी आप इसकी गिरफ्त से बाहर निकल सकते हैं. गुटखा या तंबाकू की जगह आप इलायची या सौंफ की आदत डाल सकते हैं. वहीं सिगरेट का सेवन करने वाले हर्बल सिगरेट का इस्तेमाल कर यह बुरी लत छोड़ सकते हैं.
धीरे-धीरे छोड़ें कोई भी नशा-
शराब या सिगरेट की लत छोड़ने के लिए पहले उसके सेवन को कम करना जरूरी है. अगर आप किसी भी तरह के नशे से मुक्त होना चाहते हैं तो दिन के हिसाब से उनका सेवन कम करते जाइए. एकदम नशा छोड़ना शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है.
काउंसिलर की मदद लें-
नशा से मुक्त होने के लिए किसी डॉक्टर या काउंसिलर की मदद लेना भी सही होगा. इनके गाइडेंस में आपको नशे से छुटकारा पाने में काफी मदद मिलेगी.इसके लिए आप SOLH APP पर जाकर हमारे प्रारंभ लाइफ डी-एडिक्शन प्रोग्राम में में जुड़ सकते है वहां आपको डॉक्टर या काउंसिलर की मदद के साथ –साथ बोहोत सी ऐसी जानकारी मिलेगी जिन्हें अपनाकर आप अपने नशे की लत पर कुछ ही वक्त में काबू पा सकते है.
नशे की आदत को दोबारा लौटने ने से ऐसे रोकें -
अब आपने नशा क्या है किस कारण होता है और इस पर काबू कैसे पाया जाएं ये सब तो जान लिया... लेकिन एक सवाल है जो हर उस व्यक्ति के मन में ज़रूर उठता है जो नशे की लत पर काबू पा चुका है या काबू पाने की कोशिश में जुटा है. और वो ये की क्या वो पूरी तरह से नशे की लत से बाहर निकलने के बाद भी दोबारा कभी इस लत का शिकार हो सकते है? ये सवाल इसलिए भी उठता की कई लोगों को हमने देखा है की वो नशे की लत से छुटकारा पाने के लिए नशा मुक्ति केंद्र जाते है जहां वो अपने नशे की लत को ठीक कर लेते है लेकिन फिर बाद में दोबारा कुछ महीनों या सालों बाद नशा करना शुरू कर देते है ... और वो खुद नहीं समझ पाते की ऐसा क्यों हुआ? और अगर ऐसा होता है तो उन्हें क्या करना चाहिए जिससे आने वाले वक्त में उनकी मेहनत बर्बाद ना जाएं ... तो ऐसे में एक बार फिर SOLH APP का प्रारंभ लाइफ डि-एडिक्शन प्रोग्राम आपकी बेहद मदद करेगा क्योंकि उसमें आने वाले समय में दोबारा नशे की लत लगने के खतरे के संकेतो को पहले ही भांपकर डि-एडिक्शन प्रोग्राम में रिलैप्स रोकथाम रणनीतियों को शामिल किया . जिसमें यह सुनिश्चित किया गया है कि, आप ट्रैक पर बने रहें। और अपनी प्रगति पर विचार करके और पुनरावृत्ति को एक प्रक्रिया के रूप में समझकर पुनरावृत्ति रोकथाम रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित करें।
क्योंकि अगर आप किसी रासायनिक यानी केमिकल पदार्थ का इस्तेमाल कर रहे थे या उस पर निर्भर थे, तो ध्यान रखें कि उस पदार्थ का असर आपके Central Nervous System पर पड़ता है। और कभी-कभी ये उस पदार्थ के आख़िरी इस्तेमाल के दो साल बाद भी महसूस हो सकता हैं। इसलिए इसके बारे में जागरूक रहें, क्योंकि इससे सोचने और निर्णय लेने में कठिनाई हो सकती है। ऐसे में आपको खुद को दोबारा नशे के दलदल से बचाने के लिए कुछ ज़रूरी कदम उठाने होगे जो इस प्रकार है .
आत्मविश्वास बढ़ाना होगा: नशा छोड़ने में सबसे बड़ी भूमिका मज़बूत मन और इरादा निभाता है। अगर आपने फैसला कर लिया है कि आप दोबारा नशे को हाथ नहीं लगाएंगे, तो पहले मन में आत्मविश्वास बढ़ाएं। खुद पर भरोसा करना शुरू करें की इस काम को फिर से नहीं दोहराएंगे।
लाइफस्टाइल में बदलाव: नशा छोड़ने के लिए आपको मानसिक ही नहीं शारीरिक तौर पर भी तैयार होना होगा। नशा छोड़ने की प्रक्रिया के दौरान अपनी फिजिकल हेल्थ का ख्याल रखें। संतुलित डाइट लें, रात में अच्छी नींद लें और एक्सरसाइज को रुटीन में शामिल करें। भावनात्मक और शारीरिक रूप से, आप बस संतुलन में रहे । यह समय आत्म नियंत्रण को परखने का नहीं है। इसलिए इस वक्त किसी भी इच्छा शक्ति को परखने की कोशिश ना करें। और सबसे महत्वपूर्ण आपको लगातार उन सभी तकनीकों का लगातार प्रयास करते रहे जो आपने प्रारंभ लाइफ के डि- एडिक्शन प्रोग्राम के ज़रिए सीखी है.
निष्कर्ष: नशे के बिना आपका जीवन
आपने देखा होगा की आज का हमारा ये ब्लॉग कई मायनों में बेहद खास रहा यहां हमने नशे की शुरूआत से लेकर कैसे नशे पर हमेशा के लिए काबू पाया जाए .. इन सबके बारें में जानकारी देने की कोशिश की .. इन सबसे आपको एक बात तो समझ आ गई होगी की नशे की लत से मुक्ति एक आजीवन यात्रा है. लेकिन इस यात्रा में आप अकेले नहीं है.
क्योंकि आपकी इस यात्रा में SOLH APP पर उपलब्ध प्रारंभ लाइफ डि-एडिक्शन प्रोग्राम आपकी बेहद मदद कर सकता है . क्योंकि प्रारंभ लाइफ आपकी इस यात्रा में न केवल एक समाधान प्रदान करता है .बल्कि आपको एक स्वस्थ समाज की दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा भी देता है . इसी के साथ अपने एआई-संचालित, तकनीक-संचालित प्लेटफॉर्म के ज़रिए , ये भारत में लत से मुक्ति के दृष्टिकोण को बदल रहा है-इसे अधिक सुलभ, किफायती और प्रभावी बना रहा है। तो आप भी एक बार इस प्रोग्राम के साथ ज़रूर जुड़े ताकि आप अपनी ज़िंदगी को नशे से मुक्ति पाकर बेहतर से बेहतरीन बना पाएं ..